सरसों खली का गार्डेन मे सही उपयोग कैसे करें | Sarso khali for Plants

आज हम सरसों खली के पौधों पर होने वाले फ़ायदों और पौधों पर उपयोग के सभी तरीकों पर चर्चा करेंगे जिससे आप भी इसका फायदा अपने गार्डेन मे ले सकते हैं ।Sarso khali for Plants

हमें अपने पौधों को रसायन के इस्तेमाल से बचाना है और उन्हें भरपूर पोषक तत्व भी देते रहना है , इस लिहाज से सरसों की खली को ऑर्गैनिक खाद के रूप में दिया जाना चाहिए जो पूरी तरह safe और beneficial है ।

फूल , फल और सब्जियों वाले पौधों के लिए ये वरदान की तरह हैं इसके अलावा यह एक बहुत ही अच्छा नेचुरल पेस्टिसाइड भी है ।Sarso khali for Plants

Sarso khali for Plants
सरसों के खेत और सरसो के दानें

Mustard cake is eco-friendly , fast acting organic nitrogenous manure

सरसों खली क्या है ?

सरसों के दानों से तेल निकालने के बाद जो पदार्थ बच जाता है उसे सरसों खली या mustard cake कहते हैं। आटा चक्कियों जहां पर तेल भी पिरोया जाता है वहाँ आपने बचपन में देखा होगा , अब तो बहुत कम लोग गेंहू से आटा पिसवाते हैं ।

डेयरी वाले इसे गाय आदि जानवरों को भूसे के साथ मिलाकर खिलाते हैं इसके अलावा इसका पौधों पर भी बहुत ही अच्छा इस्तेमाल किया जा सकता है ।

सरसों खली में कौन से पोषक तत्व होते हैं

सरसों खली प्रोटीन और NPK का एक बहुत अच्छा स्रोत है इसके अलावा इसमें कई micro-nutrients भी भरपूर मात्र में पाये जाते हैं जो पौधे की अच्छी ग्रोथ के लिए बहुत आवश्यक हैं ।

इनमे पाये जाने वाले micro-nutrients जैसे कैल्शियम , मैग्निशियम, सल्फर , ज़िंक , कॉपर , आयरन और मैगनीज पौधों में फूल और फल बनने की प्रक्रिया को तेज़ी देते हैं और फूल और फल की संख्या और क्वालिटी को बढ़ाते हैं ।

Sarso khali for Plants
सरसों की खली

सरसों खली कहाँ से खरीदें

सरसों खली किसी आटा चक्की जहां पर तेल पिरोया जाता है सबसे आसानी से मिल जाएगा , इसके लिए किसी सब्जी वाले या दूध वाले जो गाँव से आता हो उससे आप कह सकते हैं ।

जानवरों का खाना जहां मिलता है वहाँ पर मिल जाएगा क्यूंकी इसे गाय आदि दूध देने वाले जानवरों को खिलाया जाता है ।

आसपास की नर्सरी नहीं तो online mustard cake ऑर्डर किया जा सकता है ।

सरसों खली का गार्डेन में उपयोग

सरसों की खली का गार्डेन में कई तरह से use कर सकते हैं जोकि उर्वरक और कीट रोधी के रूप में पौधों के काम आता है –

1॰ खाद के रूप में

परंपरागत रूप से भारत में सरसों खली पौधों के लिए खाद के रूप प्रयोग किया जाता रहा है विशेषकर फूल , सब्जी और अन्य फलों वाले पौधों पर ।

यह एक slow release fertilizer है जिसमे सभी आवश्यक micro-nutrients हैं जो पौधो के विकास के लिए आवश्यक होते हैं ।

Sarso khali for Plants
सरसों खली फूलों के लिए बहुत ही अच्छी खाद है

2॰ कीटनाशक के रूप में

मिट्टी में सरसों खली का पाउडर मिला देने से जड़ों में फंगस नहीं लगता है और पौधे की हैल्थ अच्छी बनी रहती है । इसके अलावा यह कई कीटों को पौधे पास आने से भी रोकता है ।

सकुलेंट्स , कैक्टस , अडेनियम और indoor plants पर सरसों खली खाद के रूप में use न करें ।

सरसों खली प्रयोग करने के तरीके Sarso khali for Plants

चूर्ण बनाकर मिट्टी पर छिड़काव

सरसों खली को हाथ से या grinder से चूर्ण बनाकर फूलों या सब्जी वाले पौधे की मिट्टी पर एक लेयर फैला दें ।

इसके अलावा 20-25 ग्राम सरसों खली चूर्ण को मिट्टी में मिलाकर गमलों में एक इंच की लेयर बिछा दें जिससे यह एक slow release fertilizer की तरह काम करता रहेगा ।

Sarso khali for Plants
सरसों खली के छोटे टुकड़े और चूर्ण

तरल खाद Liquid Fertilizer के रूप में

फूल वाले पौधों जैसे गुलदाउदी , गुलाब , डहेलिया आदि के लिए fermented mustard cake अमृत की तरह काम करता है लेकिन पहले इसको use करने का सही तरीका जान लें फिर apply करें ।

सबसे पहले 250 ग्राम सरसों की खली (पूरी तरह से भरा हुआ 4-5 मुट्ठी) 5 लीटर पानी में भिगोएँ , भिगोने के लिए कोई मटका या मिट्टी का बर्तन मिल जाए तो बहुत अच्छा रहेगा नहीं तो प्लास्टिक की बाल्टी में अच्छी तरह से घोल लें।

अब इसको कवर करके गर्मी के मौसम है तो 3-4 दिनों के लिए छोड़ और अगर सर्दियाँ हैं तो 7-8 दिन के लिए छोड़ दीजिये ताकि यह अच्छे से brew हो जाए। अगर 1-2 दिन से ज्यादा भी हो जाए तो कोई दिक्कत नहीं है । रोज सुबह अगर किसी छड़ी से mixture को हिला-मिला दें तो और अच्छा रहेगा ।

4-5 दिनों के बाद एक गाढ़ा घोल तैयार हो जाएगा जिसमे से तेज़ गंध भी आएगी जोकि सल्फर आदि के fermentation के कारण आती है । इस घोल के 100 मिली मे 1 लीटर यानि घोल का 10 गुना पानी मिला लें ।

वैसे अगर आप इस घोल को आप 10 से 30 दिन तक ऐसे ही रखे रहे तो यह और भी ताकतवर होता जाएगा ।

याद रखें की बिना पानी मिलकर diluted किए बिना पौधों पर use करने से पौधे खराब हो सकते हैं । diluted घोल के 100 मिली को 15 दिनों में 1 बार use कर सकते हैं ।

गमले की मिट्टी तैयार करते समय

सरसों खली के चूर्ण को किसी डब्बे में रख लें और जब भी किसी गमले की नई मिट्टी तैयार करें तो उसमे 1-2 मुट्ठी सरसों खली मिला दें जिससे पौधे में फंगस लगने का भय पूरी तरह से खतम हो जाएगा ।

आपको यह जानकारी कैसी लगी हमे कमेन्ट करके जरूर बताएं , और नीचे दिये गए like बटन को जरूर दबाएँ , ऐसे ही पेड़-पौधों और गार्डेन से जुड़ी रोचक और उपयोगी जानकारी के लिए जुड़े रहें , धन्यवाद ।

Happy Gardening..

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